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Showing posts from June, 2016

भगवान का असितव

भगवान का अस्तित्व – Hindi Story एक बार एक व्यक्ति नाई की दुकान पर अपने बाल कटवाने गया| नाई और उस व्यक्ति के बीच में ऐसे ही बातें शुरू हो गई और वे लोग बातें करते-करते “भगवान” के विषय पर बातें करने लगे| तभी नाई ने कहा – “मैं भगवान (Bhagwan) के अस्तित्व को नहीं मानता और इसीलिए तुम मुझे नास्तिक भी कह सकते हो” “तुम ऐसा क्यों कह रहे हो”  व्यक्ति ने पूछा| नाई ने कहा –  “बाहर जब तुम सड़क पर जाओगे तो तुम समझ जाओगे कि भगवान का अस्तित्व नहीं है| अगर भगवान (Bhagwan) होते, तो क्या इतने सारे लोग भूखे मरते? क्या इतने सारे लोग बीमार होते? क्या दुनिया में इतनी हिंसा होती? क्या कष्ट या पीड़ा होती? मैं ऐसे निर्दयी ईश्वर की कल्पना नहीं कर सकता जो इन सब की अनुमति दे” व्यक्ति ने थोड़ा सोचा लेकिन वह वाद-विवाद नहीं करना चाहता था इसलिए चुप रहा और नाई की बातें सुनता रहा| नाई ने अपना काम खत्म किया और वह व्यक्ति नाई को पैसे देकर दुकान से बाहर आ गया| वह जैसे ही नाई की दुकान से निकला, उसने सड़क पर एक लम्बे-घने बालों वाले एक व्यक्ति को देखा जिसकी दाढ़ी भी बढ़ी हुई थी और ऐसा लगता था शायद उसने कई महीनो...

कबीर साहेब के दोहे

दोहा:- हिन्दू कहें मोहि राम पियारा, तुर्क कहें रहमाना आपस में दोउ लड़ी-लड़ी  मरे, मरम न जाना कोई। अर्थ : कबीर दास जी कहते है कि हिन्दुओं को राम प्यारा है और मुसलमानों (तुर्क) को रहमान| इसी बात पर वे आपस में झगड़ते रहते है लेकिन सच्चाई को नहीं जान पाते | दोहा:- काल करे सो आज कर , आज करे सो अब      पल में प्रलय होएगी , बहुरि करेगो कब | अर्थ:-  कबीर दास जी कहते हैं कि जो कल करना है उसे आज करो और जो आज करना है उसे अभी करो| जीवन बहुत छोटा होता है अगर पल भर में समाप्त हो गया तो क्या करोगे|        माली सींचे सौ घड़ा , ॠतु आए फल होय| अर्थ:-  कबीर दास जी कहते है कि हमेशा धैर्य से काम लेना चाहिए| अगर माली एक दिन में सौ घड़े भी सींच लेगा तो भी फल तो ऋतु आने पर ही लगेंगे| दोहा:- निंदक नियरे राखिए , आंगन कुटी छवाय      बिन पानी , साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय| अर्थ:-  कबीर जी कहते है कि निंदा करने वाले व्यक्तियों को अपने पास रखना चाहिए क्योंकि ऐसे व्यक्ति बिना पानी और साबुन के हमारे स्वभाव को स्वच्छ कर देते है| दोह...

इंटरनेट के रोचक तथ्य

इंटरनेट एंव सोशल मीडिया का इतिहास History of Internet and Social Media   आज से 30 वर्ष पहले हमारी जिंदगी में इंटरनेट ( Internet ) नाम का कोई जादुई जिन्न नहीं था और करीब 10-12 वर्ष पहले तक फेसबुक, ट्विटर, यू टयूब, इन्स्टाग्राम और स्काइप जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स भी नहीं थी| तब हम ई मेल की जगह ख़त भेजा करते थे और हमें गलियों में कम से कम एक बार तो डाकिया नजर आ ही जाता था| अब तो डाकिये को डाक लाए हुए कई महीने बीत गए| तब ज्यादातर गलियों में गप्पें मारता हुए लोग नजर आ ही जाते थे| आज कल उन “गप्पों” ने “चैटिंग” का रूप ले लिया है और ज्यादातर गलियां सूनी नजर आती है क्योंकि सारे लोग व्हाट्स एप एंव फेसबुक पर व्यस्त है| इन्टरनेट की दुनिया के रोचक तथ्य Amazing Facts about Internet   latest खबर विश्व की कुल 730 करोड़ जनसंख्या में से करीब 40% लोग यानि कि करीब 300 करोड़ लोग इंटरनेट का उपयोग करते है| भारत की कुल 125 करोड़ जनसंख्या में से करीब 25 करोड़ (20%) लोग इंटरनेट का उपयोग करते है| 1991 से पहले एक भी वेबसाइट नहीं थी जबकि इंटरनेट पर आज करीब 100  करोड़ से भी ज्यादा वेबसाइट्स रजिस्ट...