इस्लाम में शरियत के मुताबिक, एक ही मां की कोख से जन्मे भाई-बहन निकाह नहीं कर सकते. अगर ऐसा होता है तो उसे हराम माना जाएगा और ऐसे संबंध को दुष्कर्म कहा जाएगा. इतना ही नहीं दोनों को तब तक समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा, जब तक की दोनों शरियत के रास्ते पर नहीं आ जाते.
ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से सामने आया है, जिसके बाद से बवाल मचा हुआ है. बरेली के किला थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला का 20 साल पहले अपने शौहर से तलाक हो गया. उसके बाद उसका शौहर और बेटा अलग रहने लगे.
महिला ने दूसरी शादी कर ली. दूसरे पति से उसे तीन बेटियां और एक बेटा पैदा हुआ. उसके बाद महिला के पति का इंतकाल हो गया. इस दौरान महिला ने अपनी दो बेटियों की शादी भी कर दी.
पिछले दिनों महिला का भी इंतकाल हो गया, जिसके बाद पहले पति का बेटा अपनी मां की मिट्टी में शामिल होने के लिए पहुंचा. जहां उसकी मुलाकात उसकी बेटी से हुई. मुलाकातें बढीं और दोनों को प्यार हो गया.
इसके बाद दोनों घर से फरार हो गए और अजमेर पहुंच गए. जहां दोनों ने निकाह कर लिया. इस बीच दोनों के परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखा दी. रिपोर्ट लिखे जाने के बाद रविवार को पुलिस ने दोनों को बरामद कर थाने ले आई. जहां पता चला की दोनों ने निकाह कर लिया है.
जब यह बात दोनों के परिजनों और रिश्तेदारों को पता चली तो थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. बता दें कि लड़की नाबालिग है और उसने यह बात स्वीकार की है कि उसने निकाह कर लिया है और वह भाई से शौहर बने शख्स के साथ ही रहना चाहती है.
यह सुनते ही परिजन आगबबूला हो गए और थाने में ही हंगामा काटने लगे. इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए हालात को काबू में किया और लड़के को गिरफ्तार कर लिया है.
जागो दुनिया वालो जागो, गूंगे बहरे जीवित मुर्दो जागो घरती पर आ चुके है परमेश्वर(जगतगुरू) =============================== भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये जगतगुरू तत्वदर्शी संत इस धरती पर नही आता तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन समाप्त हो जाता... तीसरे विश्वयुद्ध को रोकने, दुनिया का इतिहास बदलने तथा इस संसार मे सतभक्ति देकर विश्व शान्ति स्थापित करने और काल से छुडवाकर पूर्ण मोक्ष देने .. सृष्टि के महानायक जगतगुरू(तत्वदर्शी संत बाखबर) चारो युगो मे प्रत्यक्ष रूप से केवल पांचवी और अन्तिम बार इस पृथ्वी पर आ चुके है.. संसार मे गुरूओ की भरमार है अप्रत्यक्ष रूप से जगतगुरू भी धरती पर आते जाते रहते है लेकिन हर युग मे जगतगुरू(तत्वदर्शी संत,बाखबर) प्रत्यक्ष रूप से एक ही बार आता है लेकिन इस पृथ्वी पर इतना पाप और अत्याचार बढ गया है ये पृथ्वी बारूद के ढेर पर रखी है इसलिए इस कलयुग मे दुबारा जगतगुरू (तत्वदर्शी संत) को प्रत्यक्ष रूप से आना पडा है भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये तत्वदर्शी संत बाखबर इस धरती पर नही आते तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन स...
Jagatguru Rampal ji Maharaj प्र. 1: अविद्या किसे कहते हैं ? उत्तर: विपरीत जानने को अविद्या कहते हैं। प्र. 2: अविद्या का कोई उदाहरण दीजिए ? उत्तर: जड़ को चेतन मानना, ईश्वर को न मानना, अंधेरे में रस्सी को सांप समझ लेना। ये अविद्या के उदाहरण है। प्र. 3: जन्म का अर्थ क्या है ? उत्तर: शरीर को धरण करने का नाम जन्म है। प्र. 4: जन्म किसका होता है ? उत्तर: जन्म आत्मा का होता है। प्र. 5: मृत्यु किसे कहते है ? उत्तर: आत्मा के शरीर से अलग होने को मृत्यु कहते हैं। प्र. 6: जन्म क्यों होता हैं ? उत्तर: पाप-पुण्य कर्मों का फल भोगने के लिए जन्म होता है। प्र. 7: क्या जन्म-मृत्यु को रोका जा सकता है ? उत्तर: हाँ, जन्म-मृत्यु को रोका जा सकता है। प्र. 8: मुक्ति किसे कहते हैं ? उत्तर: जन्म-मृत्यु के बंधन से छूट जाना ही मुक्ति है। प्र. 9: मुक्ति किसकी होती है ? उत्तर: मुक्ति आत्मा की होती है। प्र. 10: मुक्ति में आत्मा कहाँ रहता है ? उत्तर: मुक्ति में आत्मा ईश्वर में रहता है। प्र. 11: क्या मुक्ति में आत्मा ईश्वर में मिल जाता है ? उत्तर नहीं, मुक्ति में आत्मा ईश्वर में नहीं मिलता है। प्र. 12: मुक्ति में सुख ह...
भगवान का अस्तित्व – Hindi Story एक बार एक व्यक्ति नाई की दुकान पर अपने बाल कटवाने गया| नाई और उस व्यक्ति के बीच में ऐसे ही बातें शुरू हो गई और वे लोग बातें करते-करते “भगवान” के विषय पर बातें करने लगे| तभी नाई ने कहा – “मैं भगवान (Bhagwan) के अस्तित्व को नहीं मानता और इसीलिए तुम मुझे नास्तिक भी कह सकते हो” “तुम ऐसा क्यों कह रहे हो” व्यक्ति ने पूछा| नाई ने कहा – “बाहर जब तुम सड़क पर जाओगे तो तुम समझ जाओगे कि भगवान का अस्तित्व नहीं है| अगर भगवान (Bhagwan) होते, तो क्या इतने सारे लोग भूखे मरते? क्या इतने सारे लोग बीमार होते? क्या दुनिया में इतनी हिंसा होती? क्या कष्ट या पीड़ा होती? मैं ऐसे निर्दयी ईश्वर की कल्पना नहीं कर सकता जो इन सब की अनुमति दे” व्यक्ति ने थोड़ा सोचा लेकिन वह वाद-विवाद नहीं करना चाहता था इसलिए चुप रहा और नाई की बातें सुनता रहा| नाई ने अपना काम खत्म किया और वह व्यक्ति नाई को पैसे देकर दुकान से बाहर आ गया| वह जैसे ही नाई की दुकान से निकला, उसने सड़क पर एक लम्बे-घने बालों वाले एक व्यक्ति को देखा जिसकी दाढ़ी भी बढ़ी हुई थी और ऐसा लगता था शायद उसने कई महीनो...
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