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Showing posts from 2016

.दिल' खुश कर देने वाली सच्चाई

. दिल' खुश कर देने वाली सच्चाई (कृपया शेयर ना करें. कापी पेस्ट करें. क्योंकि अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है.) नई दिल्ली: वायरल सच में बात एक ऐसे अस्पताल की जहां मुफ्त में बच्चों का इलाज होता है. दावा है कि अस्पताल में कैश काउंटर तक नहीं है. देखते हैं ये अस्पताल कहां है और यहां वाकई मुफ्त इलाज होता है या नहीं? viral1ये है सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही वो तस्वीर जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि ये बच्चों के दिल का अस्पताल है. एक ऐसा अस्पताल जहां कैश काउंटर तक नहीं है. दिल जैसे आकार के बने इस अस्पताल में बच्चों के दिल का इलाज होता है. सच जानने के लिए मनोज शर्मा ने हमें ये तस्वीर भेजी है एबीपी न्यूज ने जब वायरल हो रही इस तस्वीर की जांच की तो सामने आया छत्तीसगढ़ के रायपुर में बना ये अस्पताल. इस अस्पताल का नाम सत्य साईं संजीवनी है. 30 एकड़ में फैले इस अस्पताल की नींव चार साल पहले साल 2012 में रखी गई थी. पड़ताल में पता चला कि यहां नवजात शिशु से लेकर 18 साल तक के बच्चों का बिना किसी फीस के दिल का ऑपरेशन होता है. 2012 में अस्पताल बना और 2013 तक यहां 776 ऑपरेशन किए जा चुके थे. 2...

नजला/ जुकाम/खांसी/ दमा/ के लिए चिकित्सा

नजला/ जुकाम/खांसी/ दमा/ के लिए चिकित्सा जौ एक किस्म का अनाज होता है जो कुछ कुछ गेहूं जैसा दिखता है। बाजार से लगभग 250 ग्राम जौ ले आएँ। ध्यान रहे कि इसमे घुन न लगा हुआ हो। इसे साफ कर ले। मंद मंद आग पर कड़ाही मे डाल कर भून ले। ध्यान रहे कि जले नहीं। इसके बाद इसे मोटा मोटा कूट/ पीस ले। जरूरत के समय 1 बड़ा चम्मच जौ का चूर्ण लेकर उसमे 1 छोटा चम्मच देशी घी मिला कर तेज गरम तवे पर या तेज गरम लोहे की कड़छी मे डाल कर इसका धुआँ नाक से या मुँह से खींचें। यदि लकड़ी के जलते हुए कोयले पर डाल कर  धुआँ खींचे तो और भी अधिक लाभदायक है। धुआँ लेने के 15 मिनट पहले और 2 घंटे बाद तक ठंडा पानी न पिए। प्यास लगे तो गरम दूध पिए। यदि बार बार मुँह सूखता हो और प्यास लगती हो तो ये चिकत्सा न करें। नए जुकाम मे जब सिर भारी हो और नाक बंद तब यह प्रयोग करें और चमत्कार देखें। 5 मिनट मे फायदा होगा। खांसी, दमे मे इन्हेलर कि तरह तत्काल फायदा दिखता है। सुबह शाम किसी भी समय ले सकते हैं। कोई साइड इफेक्ट नहीं। बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए भी सुरक्षित। अन्य दवाओं के साथ भी इसका प्रयोग किया जा सकता है। बदलते मौसम मे...

मित्रो ब्रेन मलेरिया,

मित्रो ब्रेन मलेरिया, टाइफाईड, चिकुनगुनिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू, इन्सेफेलाइटिस, माता व अन्य प्रकार के बुखार का इलाज पढ़े। मित्रो बहुत सारे बुखार तेजी से भारत देश मे फैल रहे है ।। करोडो की संख्या मे लोग इससे प्रभावित हो रहे है। और लाखों लोग मर रहे है। हमेशा की तरह सरकार हाथ पर हाथ रखे तमाशा देख रही है। श्री राजीव दीक्षित जी ने गाँव-गाँव घूम-घूम कर आयुर्वेदिक दवा से लाखो लोगो को बचाया है।। और ये दवा बनानी कितनी आसान है। 1. 20 पत्ते तुलसी, नीम की गिलोई का सत् 5gm, 10gm सोंठ(सुखी अदरक), 10 छोटी पीपर के टुकड़े सब आपके घर मे आसानी से उपलब्ध हो जाती है। एक जगह पर कूटने के बाद एक गिलास पानी में उबलकर काढ़ा बनाना है ठन्डा होने के बाद में सुबह, दोपहर और श्याम दिन में तीन बार पीना चाहिए। नीम गिलोई- इसका जूस डेंगू रोग में श्वेत रक्त कणिकाए, प्लेटलेट्स कम होने पर तुरंत बढ़ाने में ये गिलोय ज्यादा बहुत काम आता है। 2. एक और अच्छी दवा है, एक पेड़ होता है उसे हिंदी में हारसिंगार कहते है, संस्कृत पे पारिजात कहते है, बंगला में शिउली कहते है, उस पेड़ पर छोटे छोटे सफ़ेद फूल आते है, और फुल की डंडी नारंगी रंग क...

गिलोय – आयुर्वेद की अमृत – अमृता

गिलोय – आयुर्वेद की अमृत – अमृता । इसके खास गुणों के कारण इसे अमृत के समान समझा जाता है जिस वृक्ष को यह अपना आधार बनती है, उसके गुण भी इसमें समाहित रहते हैं । इस दृष्टि से नीम पर चढ़ी गिलोय श्रेष्ठ औषधि मानी जाती है गिलोय को आयुर्वेद में गर्म तासीर का माना जाता है। अगर आप सुबह उठ कर इसकी छोटी सी डंडी को चबा चबा कर खा लेंगे तो आपके लिए ये संजीवनी की तरह काम करेगी। और कैसा भी असाध्य रोग हो ये उस को चुटकी बजाते हुए खत्म कर देगी। गिलोय में अनेका अनेक गुण समाये हुए हैं। गिलो य शरीर के तीनो दोषों (वात, पित्, और कफ) को संतुलित करती है और शरीर का कायाकल्प करने की क्षमता रखती है। इसमें सूजन कम करने, शुगर को नियंत्रित करने, गठिया रोग से लड़ने के अलावा शरीर शोधन के भी गुण होते हैं। गिलोय के इस्तेमाल से सांस संबंधी रोग जैसे दमा और खांसी में फायदा होता है। गिलोय का उल्टी, बेहोशी, कफ, पीलिया, धातू विकार, सिफलिस, एलर्जी सहित अन्य त्वचा विकार, चर्म रोग, झाइयां, झुर्रियां, कमजोरी, गले के संक्रमण, खाँसी, छींक, विषम ज्वर नाशक, टाइफायड, मलेरिया, डेंगू, पेट कृमि, पेट के रोग, सीने में जकड़न, जोडों मे...

सिर दर्द के लिए सफल चिकित्सा

सिर दर्द के लिए सफल चिकित्सा यदि आप सिर दर्द की दवाइया लेकर तंग आ गए हैं तो यह प्रयोग करे। अभी तक जिसे भी प्रयोग करवाया है वही ठीक हो गया है। कभी असफल नहीं हुआ। परंतु कड़वा बहुत है । जो कड़वी दवाई न ले सके वह न ले। आधे सिर का दर्द हो या पूरे सिर का, सुबह होता हो या शाम चाहे इंजेक्शन के बिना आराम न आता हो चाहे MRI व CT स्कैन मे कुछ न आया हो । चाहे बड़े अस्पताल आपकी जेब खाली कर चुके हो और आराम न हुआ हो तो भी कुछ दिन यह प्रयोग करे। आप आयुर्वेद के भक्त बन जाएगे। नीचे लिखी सभी दवाइया 50-50 ग्राम ले । सभी दवाइया साबुत ले। ध्यान से देख कर ले 1 हरड़- 2 बहेड़ा- 3 आंवला- 4 हल्दी,- 5 गिलोय, 6 चिरायता,- 7 नीम कि छाल- सभी साबुत ले जड़ी बूटी वाले से। अच्छी तरह साफ कर ले। गली सड़ी घुन लगी या फफूंद लगी जड़ी बूटिया ना ले। । लाकर कूट ले। मोटा मोटा कूट ले गेहु के दाने के आकार के टुकड़े बना ले । बारीक ना पीसे । 2 चम्मच 2 कप मे इतना उबाले कि आधा कप रह जाए । छान कर पी ले। 2 समय । इसके लेने के 1 घंटे तक ठंडा पानी न पिए। यदि रोग अधिक पुराना है तो इसके साथ 2-2 गोली 2 समय शिरशूल वज्र रस की ले । यदि शिरशुल व...

शहीद जवान के बच्चे की दिल छू गई कविता ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है?

शहीद जवान के बच्चे की दिल छू गई कविता ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है? माँ मेरा मन बात ये समझ ना पाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। पहले पापा मुन्ना मुन्ना कहते आते थे, टॉफियाँ खिलोने साथ में भी लाते थे। गोदी में उठा के खूब खिलखिलाते थे, हाथ फेर सर पे प्यार भी जताते थे। पर ना जाने आज क्यूँ वो चुप हो गए, लगता है की खूब गहरी नींद सो गए। नींद से पापा उठो मुन्ना बुलाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। फौजी अंकलों की भीड़ घर क्यूँ आई है, पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है। साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार , आंख में आंसू क्यूँ सबके आते बार बार। चाचा मामा दादा दादी चीखते है क्यूँ, माँ मेरी बता वो सर को पीटते है क्यूँ। गाँव क्यूँ शहीद पापा को बताये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। माँ तू क्यों है इतना रोती ये बता मुझे, होश क्यूँ हर पल है खोती ये बता मुझे। माथे का सिन्दूर क्यूँ है दादी पोछती, लाल चूड़ी हाथ में क्यूँ बुआ तोडती। काले मोतियों की माला क्यूँ उतारी है, क्या तुझे माँ हो गया समझना भारी है। माँ तेरा ये रूप मुझे ना सुहाये है, ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है। पाप...

शरीर को मोटा ताजा करने वाला मेरा अनभूत नुस्खा

शरीर को मोटा ताजा करने वाला मेरा अनभूत नुस्खा :- आंवला 100 ग्राम , अश्वगंधा 100 ग्राम गिलोय 100 ग्राम सफेद मूसली 100 ग्राम , गोखरू 100 ग्राम, शतावर 100 ग्राम, ताल मखाना बीज 100 ग्राम  सफेद तिल 100 ग्राम, त्रिकुटा 100 ग्राम , Alo 50 ग्राम, वंश लोचन 100 gm इन सब औष्धियो तो जड़ी _ बूटी बेचने वालों से लाकर साफ करके सुखा कर कूट कर कपड़छान करलें [ कपड़छान मलमल के कपडें में करें कपड़छान करने पर खुले मुँह के बर्तन में डालकर आँवले के रस मे भिगोकर घोटें , ऐसा सात बार करें [] [ आयुर्वेद की भाषा में कहा जाए तो सब दवाओ को , आँवले के रस की सात भावना देकर सुखा लें ][] इसके बाद अशगंध की सात भावना दें | इसके बाद विदारीकंद के ताजे रस की भावना दें | इसके बाद सिंम्बल मूसली की सात भावना दें | सब दवा को सुखाकर फिर इसमें ..... 20 ग्राम मुक्ता भस्म [ अच्छी कंपनी की लें ] रजत_भस्म या वर्क १० ग्राम लौह भस्म 50 ग्राम साधारण या 100 putti दवा ताकतवर हो जाती है , रक्त में वृदि बहुत करती है , शरीर लोहा बना देती है | ] अभ्रक भस्म 50 ग्राम साधारण या 100 puti इससे दवा के गुणो मे वृदि होती है , फेफडो़ को ताकत देती ...

अदरक के लाभ

सौंठ (सुखी अदरक = DRY GINGER) पीसी हुई सौंठ (सुखी अदरक) और गुड को बराबर मिला कर रख ले। ध्यान रहे सौंठ मे घुन न लगा हो और बहुत पुरानी न हो। जरा सा अदरक का रस मिला कर गोली बना लें। लगभग आधा ग्राम 2 समय गुंनगुने (कोसे) पानी से लें। धीरे धीरे बढ़ाते हुए 2 ग्राम तक ले। इस के प्रयोग से गुल्म, उदर रोग, अर्श, सूजन, प्रमेह, श्वास, प्रतिश्याय, अलसक, अविपाक कामला, शोष, मानसिक रोग और कफ़जन्य कास रोग नष्ट होते हैं (चरक संहिता चिकित्सास्थान अध्याय 12/ 46,47 ) व्याख्या- ये साधारण सी औषधि अत्यंत प्रभावी है। अनेक बार अनुभव किया है। यदि किसी को ये औषधि लेने से गर्मी लगे, बार बार अधिक प्यास लगे, त्वचा पर चिकौटिया काटने जैसा अनुभव हो तो मात्रा कम कर दे। 1. हमेशा बने रहने वाले जुकाम की बहुत अच्छी चिकित्सा है। यदि मौसम बदलने पर जुकाम होता है तो एक महिना लेने से नजला जुकाम दूर हो जाता है। 2. छोटे बच्चे और गर्भवती महिला को भी देने के लिए सुरक्षित है। मात्रा कम दें। 3. मानसिक रोग जैसे डिप्रेशन पर अत्यंत प्रभावी है। मेरा स्वयं का अनुभव है। आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की मान्यता है की अदरक या सौंठ मन को प्रसन्न कर...

सैकड़ों शवों के साथ किया सेक्स,

वॉशिंगटन। अमेरिका में एक शर्मनाक और  हैवानियत  भरे मामले में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो अब तक 100 से ज्यादा लाशों को अपनी हवस का शिकार बना चुका है। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब पोस्टमार्टम के दौरान 19 वर्षीय युवती केरेन रेंज की लाश के यौन अंग में उसका डीएनए मिला।   इस दुरात्मा का नाम है केनथ डगलस है। वह ओहियो शहर के हेमिल्टन इलाके का रहने वाला है। डगलस पुलिस की गिरफ्त में है। नोथन ने हर तरह की लाश के साथ करता था ,चाहे वो सड़ी गली क्यों न हो। डगल्स को पुलिस ने उस 2008 में गिरफ्तार किया था, लेकिन मामला तब सामने आया जब उसे पुलिस कोर्ट में लेकर पुलिस पहुंची और उसने जज के सामने इस बात को कबुल किया।   डगलस मुर्दाघर में अटेंडेंट काम करता था। वह मानसिक रूप से इस कदर हैवान था कि हवस की आग को बुझाने के लिए हर दिन तीन से चार लड़कियों की लाश के साथ  सेक्स  करना उसकी आदत बन चुकी थी।    वह 1976 से 1992 तक हेमिल्‍टन काउंटी के मुर्दाघर में रात्रि की पाली में काम करता था। उसने बताया कि वह करीब 100 से अधिक शवों के साथ सेक्‍स कर चु...

अब पांच मिनट में मिलेगा जनरल टिकट, 15 मिनट में रिजर्वेशन

नई दिल्ली। रेल मंत्रालय रेलवे स्टेशन स्टेशनों पर आधारभूत संरचना सुधारने और सेवाओं में बढ़ोत्तरी करने पर जोर दे रहा है ताकि किसी यात्री को काउंटर से टिकट खरीदने में ज्यादा से ज्यादा पांच मिनट का वक्त लगे।   अधिकारियों ने बताया कि रेल मंत्रालय का मकसद सेवाओं की समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित करना है। सभी जोनों के लिए एक सिटिजन चार्टर जरूरी बनाया गया है। उन्हें सिटिजन चार्टर अपनी वेबसाइट और सभी स्टेशनों पर 15 अगस्त तक डालने को कहा गया है।   एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय की कोशिश यह है कि किसी यात्री को काउंटर से टिकट खरीदने में पांच मिनट से ज्यादा वक्त न लगे। उन्होंने बताया कि इसी तरह आरक्षण  के लिए हम एक समयसीमा तय कर रहे हैं। इसके लिए हमें ऐसी जगहों पर आधारभूत संरचना में सुधार करना होगा और सेवाओं में बढ़ोत्तरी करनी होगी जहां कतारें लंबी होती हैं।   मंत्रालय की ओर से जारी एक सुझावात्मक चार्टर के मुताबिक, ए-1 और ए श्रेणी के रेलवे स्टेशनों पर अधिकारियों से कहा गया है कि वे यात्रियों की शिकायतों के निपटारे में 15 मिनट से ज्यादा वक्त न लगाएं।   इसी...

दुर्योधन, मुझे अफ़सोस है, तुम हार गए!

दुर्योधन, मुझे अफ़सोस है, तुम हार गए! मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि मेरे सामने भीम से युद्ध करने वाला, द्रौपदी का अपमान करने वाला, संसार के सबसे महान युद्ध का सबसे बड़ा खलनायक दुर्योधन बैठा है शेयर ट्वीट ईमेल रेडिट बैसाख और जेठ के महीनों में पश्चिमी भारत एक तरह से भट्ठी हो जाता है. सूरज इंसानों और जानवरों के जिस्म का पूरा पानी निचोड़ कर पी जाता है. बढ़ते शहरों की सीमाएं जंगलों को लील गई हैं, और एक टुकड़ा छांव भी दिन के समय अगर कहीं सड़क के किनारे मिल जाए तो एक स्वर्गिक आनंद की अनुभूति होती है. ऐसे ही किसी दिन विराटनगर जाते वक़्त मैंने एक ढाबे पर अपनी गाड़ी रोकी. गर्मी इतनी तेज़ थी कि अगर आंखों से चश्मा हटा लूं तो उनका पानी सदा के लिए ही सूख जाए. रहीम का दोहा ‘रहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सून...’ याद आ गया. वैसे तो आज के समय में किसी की आंखों में पानी बचा ही कहां है, पर फिर भी सूना तो कुछ हुआ नहीं है! मैंने चश्मा हटाया और आंखों पर गीला रुमाल रखकर दोहे को दुबारा याद कर लिया. रुमाल हटाकर मैंने एक चाय का ऑर्डर दे दिया और पेड की छांव तले चारपाई पर पैर फैलाकर ज्यों ही ल...

गोमूत्र में सोने की खोज दिलचस्प तो है

गुजराती भाइयों ने एक बार फिर से कमाल किया है. जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने गिर प्रजाति की 400 गायों के मूत्र की जांच के आधार पर उसमें सोना होने का दावा किया है. आयोनिक रूप में मिलने वाला यह ‘गोल्ड सॉल्ट’ पानी में घुलनशील है. इन वैज्ञानिकों ने भेड़, ऊंट और भैंस के पेशाब की भी जांच की. अफ़सोस वहां कुछ न मिला. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इस प्रयोग के मुख्य वैज्ञानिक डॉ बालू गोलकिया को गाय के मूत्र में सोना मिलने की जानकारी अथर्ववेद से मिली थी. फिर क्या था वे इसे साबित करने में जुट गए और चार सालों की मेहनत के बाद गिर गाय के एक लीटर मूत्र से तीन से दस मिलीग्राम सोना निकाल ले आए. जाहिर है यह बहुत बड़ी खोज है. अगर यह सफल हो गई तो देश की अधिकांश समस्याओं का हल निकल आएगा. हर गरीब गाय पालेगा और मूत्र इकठ्ठा करेगा. सरकार आजकल जैसे किसानों से दूध खरीदती है वैसे गोमूत्र खरीदेगी. कुछ संपन्न किसान तो अपने घर में ही सोना पैदा कर सकेंगे. गरीबों की सारी गरीबी छूमंतर हो जाएगी. ‘पीला सोना झोपड़ियों में चमकेगा. बच्चे सोने के पानी से नहाएंगे.’ बाकी बातों की कल्पना आप स्वयं कर सकते हैं...