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Showing posts from 2015

एक बार फिर होगा दुनिया मे महाभारत

.सावधान दुनिया वालोअब फिर से होगी महाभारत,दनिया मे होगा महाविनाश जानिये भविष्यवक्ताओ की भविष्यवाणी भारत मे पैदा हो चुका है दुनिया का मुक्ति दाता अब सभी संत पंथ धर्म पाखंड होगा समाप्त। ============================= धर्मयुद्ध बनेगा विश्वयुद्ध, काल ॐ करेगा पृथ्वी को ग्रास। 75%दुनिया की जनसख्या होगी विनाश। पूण्यात्मा बचेगी कलयुग मे सतयुग का होगा वास। परमेश्वर कबीर है आये बनकर रामपाल दास।। **************************************जिसका सबको इंतजार था वो दुनिया को काल के बंधन से छुडाने वाला बंदिछोड, दुनिया को काल से मुक्त कराने वाला मुक्तिदाता भारत की धरती पर आ चुका है।मित्रो ये दांत निकाल कर हसने कि बात नही है सोचसमझकर निर्णय लेने का समय आ गया है वरना जब मौत आती है तो सांस लेने का भी समय नही देती। यम के दूतो का देख टट्टी पेशाब निकल जाता है। आज ये दास आपको भविष्य वक्ताओ की भविष्यवाणी के आधार पर आगे क्या होने वाला है उससे बचने का क्या उपाय है ये सब बताने जा रहा हे। मालिक की दया से हम सबपर ये रहम हो रहा है ताकि हम सावधान होकर पूर्ण परमात्मा को पहचान कर उसकी शरण मे आ जाये। पू...

जनता के सेवक जब बन जाए भषक

"इंडिया न्यूज हरियाणा पर मुख्यमंत्री खट्टर कहते हैं कि कोर्ट यदि सतलोक आश्रम में निर्दोष लोगों पर गोली चलाने का आदेश देता तो हम भगतो पर गोली चला देते " इमाम बुखारी आदि के लिए कोर्ट के आदेश पालन करना इन के लिए अनुचित है और सीधे साधे बुढे - बच्चे, बहन-बेटियो, बीमार भगतो पर आदेश का पालन करना बहादुर मुख्यमंत्री का काम है वैसे गलत आदेशों को मानने से इंकार कर देना है ज्ञानी लोगों की पहचान है, हरियाणा के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री कहते हैं के मैं जनता का सेवक हूँ। मैं कहता हूँ के पागल आदमी को तो सेवक भी नही बनाना चाहिए। क्योंकि मैंने बचपन में एक कहानी सुनी है कि एक सेवक अपने सोते हुए मालिक की तलवार लेकर रखवाली कर रहा था। तभी एक मख्खी उसके मालिक की नाक पे बैठी और उसे हटाने के लिए उस मुर्ख सेवक ने अपने मालिक की नाक ही काट डाली। इस c m ने भी इस देश की नाक कटवा दी। जब कुछ समय बाद पुरे विश ्व को पता चलेगा कि ये लोग नाटक में काम करने लायक भी नहीं है ये रामदेव जैसे लोगों को आदर्श मानते है,इन्होंन े देश की दिशा दशा मिट्टी में मिला दिया है इस द...

नेताओ के बयान

भाजपा की ताज़ा यादे ➖➖➖➖➖➖➖➖➖ 1 बलात्कार छोटी घटना है :- अरुण जेटली 2 मध्यम वर्ग अपना ख्याल खुद रखे :- अरुण जेटली 3 पेड पौधो को पेशाब पिलावो पानी नही :- नितिन गडकरी 4 लड़की बेचे आचार तो ज्यादा बिकेगा :- नरेन्द्र मोदी 5 बिहार बिमारु राज्य है :- नरेन्द्र मोदी 5 ब्लात्कार के लिये लड़की जिम्मेदार :- हरियाणा मुख्यमंत्री खट्टर 6 किसान आत्महत्या लव अफेयर्स और नपुंसकता की वजह से करते है :- केन्द्रीय कृषि मंत्री 7 सरकार हनुमान नही है जो इराक मे फसे भारतीयों को ले आयेगी :- वी.के सिंग 8 बलात्कार कुछ हद तक अच्छा है कुछ हद बुरा है :- बाबू लाल गौर 9 रेल किराये महेंगे हो गये यह बड़ी बात नही छोटी बात है :- किरिट सौमैया 10 25 % Inflation बराबर है :- राधा राम मोहन सिंग 11 बिना प्रोटेक्शन ऐइड्स को दूर भगायेंगे :- हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन 12 जवान डकैत है :- वी.के सिंह 13 महिलाएँ चार पांच बच्चे पैदा करे :- साक्षी महाराज सांसद 14 लडकियों को मर्यादा मे रहना होगा तब जाकर बलात्कार नही होंगे :- विजय वर्गीय ( भाजपा नेता) 15 व्यापम स्केम बडी बात नही :- विजय वर्गीय 16 नितिश का DNA खरा...

रावण का ही दहन क्यो ं?

jab tak bahar ravan jalta rahega, ander ravan palta rahega................. रावण का ही दहन क्यो ं? • इन्द्रदेव ने ऋषि गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ बलात्कार किया, उसका दहन क्यों नही ? • राजा पांडु ने माधुरी के साथ बलात्कार किया, उसका दहन क्यों नही ? • ऋषि पाराशर ने केवट की लडकी सत्यवती के साथ बलात्कार किया, उसका दहन क्यों नही ? • वृहस्पति की पत्नी तारा का वनमंत्री चन्द्र ने अपहरण करके बलात्कार किया, उसका दहन क्यों नही? • ब्रह्मा ने अपनी पुत्रीवाच के साथ जबरदस्ती सहवास किया, उसका दहन क्यों नही? • राजा नरक की रानियों के साथ कृष्ण ने जबरदस्ती विवाह रचाया, उसका दहन क्यों नही? • कृष्ण ने अपने मामा अनय की पत्नी के साथ खुल्लम-खुल्ला अवैध सम्बन्ध बनाये, उसका दहन क्यों नही? • भीष्म ने अम्बा, अम्बिका एवं अम्बालिका का अपहरण किया, तो उसका दहन क्यों नही? • राम के पूर्वज राजा दण्ड ने शुक्राचार्य की पुत्री अरजा के साथ बलात्कार किया, उसका दहन क्यों नही? • वायु देवता ने राजर्षि कुशनाभ की कन्याओं के साथ बलात्कार करने की कौशिश की ,उसका दहन क्यों नही ! jalana he to apne vikaro ko jalao...sat sa...

आप ही बातओ दोषी कौन ?

दोषी कौन ? ब्रह्मा ने वेद के ज्ञान को समझ कर ही तप पर जाकर परमात्मा के दर्शन करने का निर्णय किया था क्योकि ब्रह्मा ने वेदों में देखा था कि परमात्मा ‪#‎ साकार‬ है । यदि परमात्मा निराकार होता तो ‪#‎ ब्रह्मा‬ कभी भी निराकार के दर्शन करने के लिए तप पर नहीं जाते । ब्रह्म की कारिस्तानी छल चालाकी से आप जी सभी भगत भाई और बहिन भी परिचित ही हैं जी । सूक्ष्म वेद तो ब्रह्म (ब्रह्मा , विष्णु, शिव जी के पूज्य पिताजी ) ने नष्ट ही कर दिया था जिसमें परमात्मा को पाने की सत भगति दे रक्खी थी । ब्रह्मा तप पर गए , वहां ब्रह्म (ब्रह्म को प्राप्त करने का सिर्फ "ओउम" मन्त्र है ) तक की साधना की ,, ब्रह्म किसी को भी साकार रूप में दर्शन न देने के लिए वचन बद्ध थे । ब्रह्मा द्वारा तप किये जाने के बाद भी ब्रह्म ने दर्शन नहीं दिए फलस्वरूप ब्रह्मा जी ने भी वेदों में लिखित साकार परमात्मा की जगह ‪#‎ निराकार‬ मान लिया क्योकि theory से ज्यादा practical का महत्व अधिक होता है । ब्रह्मा जी ने अपने प्रायोगिक निष्कर्ष के आधार पर ही ""परमात्मा निराकार है"" का सिद्धांत अपने ‪#...

सभी ग्रन्थो मे प्रमाण पूण परमात्मा कबीर

सभी सदग्रंन्थोँ मेँ यही प्रमाण हैँ की वो पुर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर है , सशरीर है मानव सदृश है सतलोक मेँ रहता है >> वेदोँ मेँ प्रमाण देखेँ www.jagatgururampalji.org/hvedas.php >> बाईबल मेँ प्रमाण देँखे www.jagatgururampalji.org/hbible.php >> पुराणोँ मेँ प्रमाण देँखे www.jagatgururampalji.org/hpurans.php >> गीता जी मेँ प्रमाण देखेँ www.jagatgururampalji.org/hgita.php >> कुरान शारिफ मेँ प्रमाण देखे www.jagatgururampalji.org/hquran.php >> श्री गुरु ग्रँथ साहिब मेँ प्रमाण देँखे www.jagatgururampalji.org/hshrigurugranthsahib.php >>कबीर सागर मेँ प्रमाण देखेँ www.kabirsahib.jagatgururampalji.org/ Adhik jankari ke liye plz visit- http://www.jagatgururampalji.org/hvedas.php "ज्ञान गंगा" किताब फ्री डाउनलोड करे > http:// www.jagatgururampalji.org/gyan_ganga_hindi.pdf सत साहेब Vedas गीता का श्लोक सहित असली सरल अर्थ हिन्दी भाषा में पढ़िए www.jagatgururampalji.org

18 पुराणों के नाम

18_पुराणों के नाम 1,विष्णु पुराण 2,शिव पुराण 3,देवी पुराण 4,ब्रम्हपुराण 5,नर्मदा पुराण 6,गरुड़ पुराण 7,अग्नि पुराण 8,कूर्म पुराण 9,मार्कण्डेय पुराण 10,वराह पुराण 11,भविष्य पुराण 12,वामन पुराण 13,ब्रम्हा वेवर्त पुराण 14,मतस्य महापुराण 15,लक्ष्मी पुराण 16,कल्कि पुराण 17,स्कन्ध पुराण 18,पद्म पुराण

एक 150 साल पुरानी कहानी

~~कहानी किसने लिखी पता नहीं, पर इसको फिर से लिख रहा हूँ उम्मीद है आप जवाब जरूर ढूंढेंगे।~~ पुरानी बात है लगभग कोई 150 साल पहले की है , जब लोगो में शिक्षा नहीं थ ी या यूँ कहे कि लोगो को पढ़ने नहीं दिया जाता था। एक गाँव में एक अंधे पति पत्नी रहते थे। जैसे तैसे गुजरा करते थे। वक्त गुजरा उनके घर एक लड़का पैदा हुआ। लड़के की आँखे ठीक थी। पति पत्नी बच्चे के साथ ख़ुशी से रहने लगे। पति पत्नी अनपढ़ थे फिर भी बच्चे को बड़े लाड प्यार से पालने लगे। लड़का कुछ 4-5 साल का हुआ तो खुदके हाथो से रोटी खाने लगा। अब माँ जब भी खाना बनाती तो लड़का चूल्हे के पास बैठने लगा। माँ रोटी बनाती और लड़के की थाली में रखती। ये क्रम चल ही रहा था कि कही से एक बिल्ला घर में आने लग गया। अंधी माँ जब लड़के की थाली में रोटी रखती तो बिल्ला ले भागता। पति पत्नी ने विचार विमर्श किया और एक युक्ति निकाली। अब जब पत्नी खाना बनाती तो पति दरवाजे पे बैठ जाता और हाथ में डण्डा लेकर जोर जोर से जमीन पर मारता। बिल्ला डरने लगा और उसने घर में जाना बंद कर दिया। अंधे माँ बाप ने लड़के को पढ़ाया लिखाया, लेकिन अंधे बाप पत्नी ने डंडे को जमी...

एक 150 साल पुरानी कहानी

~~कहानी किसने लिखी पता नहीं, पर इसको फिर से लिख रहा हूँ उम्मीद है आप जवाब जरूर ढूंढेंगे।~~ पुरानी बात है लगभग कोई 150 साल पहले की है , जब लोगो में शिक्षा नहीं थ ी या यूँ कहे कि लोगो को पढ़ने नहीं दिया जाता था। एक गाँव में एक अंधे पति पत्नी रहते थे। जैसे तैसे गुजरा करते थे। वक्त गुजरा उनके घर एक लड़का पैदा हुआ। लड़के की आँखे ठीक थी। पति पत्नी बच्चे के साथ ख़ुशी से रहने लगे। पति पत्नी अनपढ़ थे फिर भी बच्चे को बड़े लाड प्यार से पालने लगे। लड़का कुछ 4-5 साल का हुआ तो खुदके हाथो से रोटी खाने लगा। अब माँ जब भी खाना बनाती तो लड़का चूल्हे के पास बैठने लगा। माँ रोटी बनाती और लड़के की थाली में रखती। ये क्रम चल ही रहा था कि कही से एक बिल्ला घर में आने लग गया। अंधी माँ जब लड़के की थाली में रोटी रखती तो बिल्ला ले भागता। पति पत्नी ने विचार विमर्श किया और एक युक्ति निकाली। अब जब पत्नी खाना बनाती तो पति दरवाजे पे बैठ जाता और हाथ में डण्डा लेकर जोर जोर से जमीन पर मारता। बिल्ला डरने लगा और उसने घर में जाना बंद कर दिया। अंधे माँ बाप ने लड़के को पढ़ाया लिखाया, लेकिन अंधे बाप पत्नी ने डंडे को जमी...

यू पी के एक दरोगा की कहानी

देश द्रोह के आरोपी सन्त राम पाल जी महाराज व उनके अनुयायियों की असली नीति और नियत का खुलासा मेरी कुछ दिनो पूर्व उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दरोगा जी व कई अन्यो से अ चानक भेट वार्ता हुई। विषय था कि इन धार्मिक गुरूओ द्वारा सन्त रामपाल जी महाराज को बार बार तंग क्यो किया जा रहा है ।सबके अपने अपने विचार थे । कोई कोई टी वी चैनलो पर सुनी वातो के आधार पर बोल रहा था तो कोई कोई अध्यात्म का निष्कर्ष निकालने के लिये सभी धार्मिक गुरूओं का शाश्त्रार्थ कराने की बात कर रहा था ।कोई कह रहा था कि हरियाणा कोर्ट के अन्दर सरकार व पुलिस के डी जी ने माना है व हाईकोर्ट मे लिखकर भी दिया है कि आश्रम मे कोई अवैध गतिविधि नही थी । कोई कोई भारत सरकार के इन्टेलीजेन्स ब्यूरो की रिपोर्ट बता रहा था कि इन्टेलीजेनेस ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट मे लिखा है कि कुछ भ्रष्ट जज सन्त रामपाल जी महाराज के साथ अन्याय कर रहे है।उन सभी के बीच स्थिति एक पुलिस विभाग का दरोगा बोला कि मै इतना ही जानता हू कि ज्ञान गंगा एकदम बेजोड पुस्तक है।मैंने जब इसको पढ़ा तब मुझे अपूर्व शान्ति मिली ।मै अपने क्षेत्र मे व्याप्त अशान्ति से परे...

गीता जी का सार

#‎ GYANGANGA‬ *************गीता ज्ञान ************* पुण्यशाली भगत आत्माओ ----- गीता अध्याय 3 के श्लोक 1,2 में अर्जुन ने पूछा है कि हे जनार्दन! यदि आप कर्मों से बुद्धि (ज्ञान) को श्रेष्ठ मानते हो तो मुझे गुमराह किस लिए कर रहो हो? आप ठीक से सलाह दें जिससे मेरा कल्याण हो। आपकी ये दोतरफा (दोगली) सी बातें मुझे भ्रम में डाल रही हैं। ****शास्त्र विधि रहित पूजा अर्थात् मनमाना आचरण का विवरण**** गीता अध्याय 3के श्लोक 3से 8में भगवान ने कहा है कि हे निष्पाप! (अर्जुन) इस लोक में ज्ञानी तो ज्ञान को श्रेष्ठ मानते हैं तथा योगी कर्म योग को फिर भी ऐसा कोई नहीं है जो कर्म किए बिना बचे। फिर निष्कर्मता नहीं बन सकती और कर्म त्यागने मात्रा से भी उद्देश्य (सिद्धि) प्राप्त नहीं हो सकता। अध्याय 3 श्लोक 4 में निष्कर्मता का भावार्थ है कि जैसे किसी व्यक्ति ने एक एकड़ गेहूँ की पक्की हुई फसल काटनी है तो उसे काटना प्रारम्भ करके ही फसल काटने वाला कार्य पूरा किया जाएगा तब कार्य शेष नहीं रहेगा इस प्रकार कार्य पूरा होने से ही निष्कर्मता प्राप्त होती है। ठीक इसी प्रकार शास्त्र विधि अनुसार भक्ति कर्...

पुण परमात्मा कबीर साहिब जी महाराज जी है

।।पुर्णँ परमात्माय नमः।। "सत भगति और परमात्मा" ग्रुप आप जी का तह दिल से स्वागत करता है। जीव हमारी जाति है , मानव धर्मँ हमारा । हिन्दु,मुस्लिम,सिख,ईसाई , धर्मँ नहीँ कोई न्यारा ।। सत भगति :- जो भगति सभी धर्मँ सदग्रन्थोँ व मोक्ष प्राप्त महापुरुषोँ(नानक,दादूदास,गरीबदास,मलूकदास,घीसादास आदि) की अमृत वाणी के अनुसार हो । परमात्मा:- जो सबका जनक है रचियता है जो पुर्ण ब्रह्म हैँ सत पुरुष है। सभी धर्मोँ के सद्ग्रँन्थोँ और मोक्ष प्राप्त सन्तोँ द्वारा एक ही परमात्मा की भगति विधिँ बताई है वो परमात्मा कौन है , जब परमात्मा एक है तो उसे पानेँ की विधिँ भी एक ही है । हम ब्रह्मा,विष्णु,शिव और ब्रह्म व दुर्गाँ जी की भगतिँ से कभी मोक्ष प्रप्ति नहीँ कर सकते क्योकि ये नाशवान है । सत भगति और परमात्मा को जाननेँ के लिऐ पुर्णँ सन्त की खोज कर सत भगतिँ करे जो सर्वँ धर्मग्रँन्थोँ से प्रमाणित हो । आप जी से अनुरोध है कि ग्रुप मेँ किसी भी पोस्ट मेँ अपशब्दोँ का प्रयोग कर कोमेँट ना करेँ यदि कोई ऐसा करता है तो उस पोस्ट कि रिपोर्ट करेँ ताकि उसे ग्रुप से हटाया जा सकेँ । कबीर, जो तोको काँट...

कामनी नागिनी के बारे मे

🌴 🙏 🏼सत साहेब 🙏 🏼 🌴 कबीर परमेश्वर के अवतार गरीब दास जी ने कामिनी रूप नारी के लक्षण और उससे हानी, माता रूप नारी की महिमा अटूट गाई है।। 1⃣कामिनि नागिनी के बारे मे! 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 बदनारी लंगर कामिनी ,ये बोले मदुरै बेत। फैंट पड़े छोड़े नहीँ,के मगहर के कुरुछेत्र।। बदनारी लंगर कामिनी ,ये बोले मधुरे बोल। फेट पड़े छोड़े नही,काढ़े घुगट झोल।। बदनारि लंगर कामिनी ,जामे अगिन खोट। फांसी डारे बाह कर,वो करे लाख मे चोट।। बदनारी नाही नारी,है जंगल का शेर । भाहर भीतर मार् दे,मुनिजन कर दिए जेल।। सतगुरु हेला देत है ,सुनियो सन्त सुजान। बदनारि पास न बैठियो,बदनारि आई खान!! नैनो काजल डार कर,खाय लिये है हंस। हाथो मेहँदी लाय कर,ये डूब दिये कुल वंश।। उलटी मांग भराय कर,मन्जन कर है गात। मीठी बोले मगन होवे,ये लावे बहुविध घात।। क्या बेटी क्या बहन है,क्या माता क्या जोय। बदनारि काली नागिनी,खाता हो सो खाय।। माया(दुर्गा)काली नागिनी ,आपे जाय खाय। कुंडली मे छोड़े नही,सो बातों की बात।। 🌴 🌴 🌴 🌹 🌹 🌴 🌴 🌴 🌴 कोण निकले और कोण रह गए 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 👇 🏻 ...

वेद झूठे नहीं भाई

वेद कतेब झूठे ना भाई। झूठे हैं जो समझे नाहीं।। नर की नारी जो मर जाई। के जन्मे के स्वर्ग-नरक समाई।। पिंडा तरपन जब तुम कीन्हा। कहो पंडित उन कैसे लीना।। कुंभक भरभर जल ढरकावे। जिवत न मिले मरे का पावे।। जलसे जल ले जलमें दीन्हा। पित्रान जल पिंडा कब लीन्हा।। वनखंड मांझ परा सब कोई। मनकी भटक तजे न सोई।। आपन के छुंवन करे बिचारा। करता न लखा परा भर्म जारा।। परमपरा जैसी चलि आई। तामें सभन रहा बिलमाई।। भावार्थ :: -इस रमैणी नं. 23 में साहेब कबीर कह रहे हैं कि वेद (चारों वेद व गीता आदि) तथा कतेब (चार धार्मिक पुस्तक मुसलमान धर्म की तथा बाईबल आदि) झूठे नहीं है। जिन्होंने पूर्ण ज्ञान नहीं हुआ। वे झूठे है जिन्होंने सर्व समाज को अधूरा मार्ग दे दिया। मानो किसी की पत्नी मर जाती है। वह मरने के बाद या तो दूसरा जन्म ले लेती है या नरक या स्वर्ग चली जाती है या प्रेत बन जाती है। फिर तुमनेजो पिण्ड अर्पण किया उस बेचारी ने कैसे आ कर लिया? अब लोटा भर-भर कर डाल रहे हो। यदि कोई व्यक्ति अपने घर पर है उसके निमित जल डालो फिर देखों उसे मिला या नहीं। जब जीवित को नहीं मिला तो मरे हुए को कैसे प्राप...

जब भगवान धरती पर आये थे..

👉 👉 ध्यान दे 👈 👈 आज से पहले कबीर पन्थ में किसीभी संत का विरोध नही हुवा , क्यों ? क्योंकि , कबीर परमात्मा जब आये थे तब भी दुष्ट लोगोने परमात्मा पर इतने अत्याचार किये थे । 👉 और उनके बाद में अब संत रामपाल जी महाराज जी का भी विरोध हो रहा है । 👉 क्योंकि कबीर परमात्मा के बाद में किसी को भी सारनाम बताने का आदेश नही था । 👉 और कबीर परमात्मा ने संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में आकर ही इस मूल ज्ञान को उजागर किया है जो सदियों से इस समय के लिए छुपाकर रखा गया था । 👉 इसलिए काल के द्वारा इस ज्ञान और संत रामपाल जी महाराज का विरोध करवाया जा रहा है । कबीर साहेब ने अपने संत के बारे में कहा था की " जो मम संत सत नाम द्र्ढावे , वाके संग सब राड बढ़ावे । या सब संत महंतन की करनी धर्मदास में तोसे वर्णी ।। " 👉 और जो ये विरोध कर रहे वो परमात्मा के सच्चे ज्ञान को भोली जनता तक नही पहुंचने देना चाहते । 👉 इन नकली संतो के जुठे ज्ञान में फसी जनता भी इस विरोध के कारण परमात्मा का सच्चा ज्ञान सुनने को तैयार नही है । 👉 और काल भगवान ने कबीर परमात्मा के नाम से बारह पन्थ च...

एक रियल घटना जीवन की

एक रियल घटना पान की दुकान पर खडे एक 30 वर्षीय S T कास्ट के युवक से बातचीत के कुछ अंश ... मैने पूछा कुछ कमाते धमाते क्यो नहीं...? वह बोला - क्यो.? 😳 मै बोला शादी कर लो ...? वह बोला हो गई .. 😊 कैसे ..?? वह बोला -मुख्यमंत्री कन्यादान योजना मे... 😊 मे बोला फिर बाल बच्चों के लिये कमाओ...? वह बोला - जननी सुरक्षा से डिलेवरी फ्री और साथ मे 1400 रू का चेक... 😊 मेने बोला बच्चो कि पढ़ाई लिखाई के लिये कमाओ..? वह बोला उनके लिये पढ़ाई और भोजन फ्री... साथ में लड़का MBBS कर रहा है उसे स्कोलरशिप भी मिलती है उस से हम ऐस करते हे मैने बोला यार घर कैसे चलाते हो वह बोला- छोटी लड़की को अभी वसुन्धरा सरकार से स्कूटी मिली है 1रू किलो गेंहू और चावल से...! 😊 मै झुझला कर बोला यार माॅ बाप को तीर्थयात्रा के लिये तो कमा ...?? वह बोला दो धाम करवा दिये है मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा से...! 😊 मुझे गुस्सा आया और मैंने बोला- माॅ बाप के मरने के बाद जलाने के लिये कमा..? वह बोला 1 रू मे विद्युत शवदाह गृह है..! 😊 मैंने कहा तेरे बच्चो कि शादी के लिये कमा..? वह मुस्कुराया और बोला - फिर वहीं आ गये... वैस...

जीवन का उदेसय क्या है

❓ ||||||||| प्रश्नोत्तर ||||||||| Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ? Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!! 📒 Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ? Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!! 📒 Qus→संसार में दुःख क्यों है ? Ans→लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!! 📒 Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ? Ans→ ईश्वर ने संसार की रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!! 📒 Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ? Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!! 📒 Qus→ भाग्य क्या है ? Ans→हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल क...

2025 मे तीसरे विश्व यूउद्ध के कारण धरती पर जीवन समाप्त

जागो दुनिया वालो जागो, गूंगे बहरे जीवित मुर्दो जागो घरती पर आ चुके है परमेश्वर(जगतगुरू) =============================== भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये जगतगुरू तत्वदर्शी संत इस धरती पर नही आता तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन समाप्त हो जाता... तीसरे विश्वयुद्ध को रोकने, दुनिया का इतिहास बदलने तथा इस संसार मे सतभक्ति देकर विश्व शान्ति स्थापित करने और काल से छुडवाकर पूर्ण मोक्ष देने .. सृष्टि के महानायक जगतगुरू(तत्वदर्शी संत बाखबर) चारो युगो मे प्रत्यक्ष रूप से केवल पांचवी और अन्तिम बार इस पृथ्वी पर आ चुके है.. संसार मे गुरूओ की भरमार है अप्रत्यक्ष रूप से जगतगुरू भी धरती पर आते जाते रहते है लेकिन हर युग मे जगतगुरू(तत्वदर्शी संत,बाखबर) प्रत्यक्ष रूप से एक ही बार आता है लेकिन इस पृथ्वी पर इतना पाप और अत्याचार बढ गया है ये पृथ्वी बारूद के ढेर पर रखी है इसलिए इस कलयुग मे दुबारा जगतगुरू (तत्वदर्शी संत) को प्रत्यक्ष रूप से आना पडा है भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये तत्वदर्शी संत बाखबर इस धरती पर नही आते तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन स...

2025 मे तीसरे विश्व यूउद्ध के कारण धरती पर जीवन समाप्त

जागो दुनिया वालो जागो, गूंगे बहरे जीवित मुर्दो जागो घरती पर आ चुके है परमेश्वर(जगतगुरू) =============================== भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये जगतगुरू तत्वदर्शी संत इस धरती पर नही आता तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन समाप्त हो जाता... तीसरे विश्वयुद्ध को रोकने, दुनिया का इतिहास बदलने तथा इस संसार मे सतभक्ति देकर विश्व शान्ति स्थापित करने और काल से छुडवाकर पूर्ण मोक्ष देने .. सृष्टि के महानायक जगतगुरू(तत्वदर्शी संत बाखबर) चारो युगो मे प्रत्यक्ष रूप से केवल पांचवी और अन्तिम बार इस पृथ्वी पर आ चुके है.. संसार मे गुरूओ की भरमार है अप्रत्यक्ष रूप से जगतगुरू भी धरती पर आते जाते रहते है लेकिन हर युग मे जगतगुरू(तत्वदर्शी संत,बाखबर) प्रत्यक्ष रूप से एक ही बार आता है लेकिन इस पृथ्वी पर इतना पाप और अत्याचार बढ गया है ये पृथ्वी बारूद के ढेर पर रखी है इसलिए इस कलयुग मे दुबारा जगतगुरू (तत्वदर्शी संत) को प्रत्यक्ष रूप से आना पडा है भविष्यवक्ताओ का कहना है अगर ये तत्वदर्शी संत बाखबर इस धरती पर नही आते तो 2025 तक तीसरे विश्व युद्ध के कारण पृथ्वी पर जीवन स...

REAL GOD : न मन्दिर होता न माज्जित होती

ना मस्जिद आजान देती, ना मंदिर के घंटे बजते ना अल्ला का शोर होता, ना राम नाम भजते ना हराम होती, रातों की नींद अपनी मुर्गा हमें जगाता, सुबह के पांच बजते ना दीवाली होती, और ना पठाखे बजते ना ईद की अलामत, ना बकरे शहीद होते तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता, …….काश कोई धर्म ना होता.... …….काश कोई मजहब ना होता.... ना अर्ध देते , ना स्नान होता ना मुर्दे बहाए जाते, ना विसर्जन होता जब भी प्यास लगती , नदिओं का पानी पीते पेड़ों की छाव होती , नदिओं का गर्जन होता ना भगवानों की लीला होती, ना अवतारों का नाटक होता ना देशों की सीमा होती , ना दिलों का फाटक होता तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता, …….काश कोई धर्म ना होता..... …….काश कोई मजहब ना होता.... कोई मस्जिद ना होती, कोई मंदिर ना होता कोई दलित ना होता, कोई काफ़िर ना होता कोई बेबस ना होता, कोई बेघर ना होता किसी के दर्द से कोई, बेखबर ना होता ना ही गीता होती , और ना कुरान होता ना ही अल्ला होता, ना भगवान होता तुझको जो जख्म होता, मेरा दिल तड़पता. ना मैं हिन्दू होता, ना तू मुसलमान होता तू भी इन्सान होता, ...